1.उस नियम का क्या लाभ,
जिसका हम पालन न करे।
2.उन किताबो का क्या लाभ,
जिनसे हम ज्ञान प्राप्त न करे।
3.उन स्वप्न का क्या लाभ,
जिन्हे हम पूरा न करे।
4.उन बातो का क्या लाभ,
जिन्हे हम ग्रहण न करे।
5.उस जीवन का क्या लाभ,
जिसे हम हसते हुए न जीये।
6. व्यक्ति सुन्दर शरीर से महान नही बनता,
बल्कि कर्म से महान बनता है।
7.कुछ खोने के बाद ही हम,
कुछ पाने की ओर बढ सकते है।
8.एक बार गया समय लोटकर वापस नही आता।
9.मनुष्य विवेक खोकर द्धेषवश दूसरे के अहित के बारे मे सोचता है,
और स्वय के समय का सदुपयोग नही कर पाता अतः उसकी स्वय की प्रगति अवरुद्ध हो जाती है।
10.हमारा कल हमारे आज पर निर्भर करता है।
जिसका हम पालन न करे।
2.उन किताबो का क्या लाभ,
जिनसे हम ज्ञान प्राप्त न करे।
3.उन स्वप्न का क्या लाभ,
जिन्हे हम पूरा न करे।
4.उन बातो का क्या लाभ,
जिन्हे हम ग्रहण न करे।
5.उस जीवन का क्या लाभ,
जिसे हम हसते हुए न जीये।
6. व्यक्ति सुन्दर शरीर से महान नही बनता,
बल्कि कर्म से महान बनता है।
7.कुछ खोने के बाद ही हम,
कुछ पाने की ओर बढ सकते है।
8.एक बार गया समय लोटकर वापस नही आता।
9.मनुष्य विवेक खोकर द्धेषवश दूसरे के अहित के बारे मे सोचता है,
और स्वय के समय का सदुपयोग नही कर पाता अतः उसकी स्वय की प्रगति अवरुद्ध हो जाती है।
10.हमारा कल हमारे आज पर निर्भर करता है।
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