तस्वीरों की दुनिया भी बड़ी अजीब होती है। कहते हैं एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। शायद यही वजह है कि लोग तस्वीरों में ज्यादा दिलचस्पी लेते हैं। अलग-अलग तकनीकें और कैमरा एंगल फोटो को एक नया और अनोखा रूप दे देते हैं। इन्हीं में से एक है एरियल फोटोग्राफी।
कई फोटोग्राफर्स एरियल फोटोग्राफी की मदद से लाखों रुपए कमाते हैं। एरियल फोटोग्राफी तकनीक से खींची गई फोटोज बड़ी ही मनोरम होती हैं। आपको बताते चलें कि एरियल फोटोग्राफी का मतलब होता है फोकल कैमरा लैंस की मदद से किसी भी जगह की फोटो को उसके ऊपर से लेना। कई नामी फोटोग्राफर्स ने भी एरियल फोटोग्राफी का इस्तेमाल करके शानदार फोटोज खींची हैं।
लेंस-
अगर आप लो हाइट के हैलिकॉप्टर पर सवारी कर रहे हैं तो डिजिटल फोटो सीक्रेट्स के अनुसार फोटोग्राफर को 100 mm जूम लेंस का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर एयरक्राफ्ट की मदद से उड़ रहे हैं और ऊंचाई 1000 फिट या उससे ऊपर है तो 200 mm का जूम लेंस फोटो को ज्यादा आकर्षक बनाएगा।
फोकल लेंथ-
कैमरा लेंस से जिसकी फोटो खींचनी है उसकी दूरी फोकल लेंथ कहलाती है। जैसे-जैसे यह दूरी बढ़ती है फोटो धुंधली दिखाई देती है। एरियल फोटोग्राफी के लिए प्रोफेश्नल कैमरे का इस्तेमाल करना जरूरी है। आम डिजिटल कैमरे इसे बिगाड़ सकते हैं। आम DSLR कैमरे भी इस मामले में गड़बड़ा जाते हैं।
फ्लैश-
ज्यादा ऊंचाई पर फ्लैश का काम कम हो जाता है। अगर किसी बिल्डिंग के ऊपर से फोटोग्राफी कर रहे हैं तो इसलिए अगर दिन में फोटो खींच रहे हैं तो फ्लैश बंद रखें। सूरज की रौशनी भी फोटो को खराब कर सकती है।
हमेशा रहें तैयार-
अगर आप ऊंचाई से किसी चीज की फोटो खींच रहे हैं तो किसी भी बात के लिए तैयार रहें। प्लेन में बैठे हैं तो हिलने डुलने के कारण फोटो खराब हो सकती है।
बैकग्राउंड-
एरियल फोटो खींचते समय ध्यान रखिए की बैकग्राउंड में लाइट बहुत ज्यादा या बहुत कम ना हो। ऊंचाई में फ्लैश काम नहीं करता है इसलिए नैचुरल रौशनी में ही काम करना होगा।
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